इस पोर्न सिस सेक्स कहानी में पढ़िये कि मम्मी की तबियत खराब होने पर मेरे घर मेरे मामा की बेटी आई. तब मैंने अपनी ममेरी बहन को अपने बिस्तर की रानी बना कर खूब चोदा।
हाय दोस्तो, मेरा नाम अमित है और मेरी उम्र 20 साल है।
मैं अभी पढ़ाई करता हूँ और घर में सबसे छोटा हूँ।
मेरे घर में सभी लोग बाहर रहते हैं, सिर्फ़ मैं और मेरी मम्मी ही घर पर रहते हैं।
मेरी एक बड़ी ममेरी बहन है, जिसका नाम इशिका है।
उसकी उम्र 22 साल है और वो देखने में बहुत सुंदर है!
वैसे तो वो मुझसे बड़ी है लेकिन मेरे सामने ज़्यादातर चुप ही रहती है।
मैं हमेशा उसे चोदने के सपने देखता रहता हूँ।
यह पोर्न सिस सेक्स कहानी इसी कजिन सिस इशिका की चूत चुदाई की है.
एक बार मेरी मम्मी की तबीयत खराब हो गई, तो इशिका हमारे घर रहने आई।
मैंने सोचा कि यही मौका है! अगर थोड़ी हिम्मत कर लूँ, तो शायद उसको चोदने का सपना पूरा हो जाए।
इशिका घर का काम करती और रात को मम्मी के साथ कमरे में सोने चली जाती।
मैं उसे हवस भरी नज़रों से देखता रहता।
कहीं न कहीं वो भी जानती थी कि मैं उसे चोदना चाहता हूँ।
एक दिन वो किचन में काम कर रही थी।
मैं पानी लेने गया और धीरे से अपना हाथ उसके बड़े-बड़े चूतड़ों पर रख दिया।
उसने कोई रिएक्शन नहीं दिया!
थोड़ी देर बाद मैं फिर उसके पास गया और इस बार उसके चूतड़ों को और देर तक छुआ।
फिर भी इशिका ने इसे इग्नोर किया।
अब मेरी हिम्मत बढ़ गई थी।
जब भी मैं उसके पास से गुज़रता, उसके चूतड़ों को सहला देता।
एक दिन दोपहर में वो कमरे में लेटी थी और मम्मी पड़ोस में गई थीं।
मैं जाकर उसके पास बेड पर लेट गया।
धीरे-धीरे मैंने अपने पैर से उसके चूतड़ों को सहलाना शुरू किया।
पहले तो वो चुप रही, फिर बोली, “ये तुम क्या कर रहे हो? बुआ (मेरी मम्मी) कभी भी आ जाएँगी!”
मैं समझ गया कि उसे मेरे साथ सेक्स करने में कोई दिक्कत नहीं है।
मैंने उससे कहा, “रात को मेरे कमरे में आना!”
वो बोली, “ठीक है!”
जैसे ही रात हुई, इशिका मेरे कमरे में आई।
मैं किसी भूखे भेड़िए की तरह उस पर टूट पड़ा!
पहले तो उसने नौटंकी की, “ये मत करो, तुम मेरे भाई हो, ये गलत है!”
लेकिन मेरी हवस के आगे उसकी एक न चली और वो चुदने को तैयार हो गई।
हम दोनों एक-दूसरे के साथ लिपलॉक करने लगे।
10 मिनट तक किस करने के बाद मैंने उसका कुर्ता उतार दिया।
अब वो मेरे सामने सिर्फ़ ब्रा और सलवार में थी।
मैं उसकी गर्दन, सीने और पेट पर लगातार किस किए जा रहा था।
वो मेरे बदन को सहलाकर सिसकारियाँ भर रही थी।
मैंने उसकी सलवार भी उतार दी और उसकी टाँगों को चूमने लगा।
मेरी बड़ी ममेरी बहन मेरे साथ बिस्तर पर थी, वो भी सिर्फ़ ब्रा-पैंटी में!
इसके बाद मैंने अपने सारे कपड़े उतार दिए।
मेरे तने लंड को देखकर इशिका डर गई।
मैंने उसे लंड मुँह में लेने को कहा.
तो वो मना करने लगी।
मैंने जबरदस्ती उसका मुँह खोलकर अपना लंड डाल दिया और उसे चूसने को मजबूर कर दिया।
जल्द ही इशिका को भी मेरा लंड चूसने में मज़ा आने लगा।
जब मैं झड़ने वाला था, मैंने उसका सिर कसकर पकड़ा और सारा माल उसके मुँह में झाड़ दिया।
वो चिल्लाई, “ये तुमने क्या किया!”
मैंने कहा, “चुप साली कुतिया, आज से तू मेरी रंडी है! अब तुझे मेरा माल पीना होगा!”
वो फिर चुप हो गई।
मैंने उसे बिस्तर पर लिटाया और उसकी ब्रा-पैंटी उतारकर उसे पूरी नंगी कर दिया।
नीचे कमरे में मम्मी सो रही थीं और ऊपर हम दोनों नंगे होकर चुदाई के लिए तैयार थे।
इशिका नीचे थी और मैं उसके ऊपर!
होंठों से होंठ मिलाकर हम एक-दूसरे को किस कर रहे थे।
फिर मैंने उसके दूध चूमने शुरू किए।
5 मिनट बाद मैंने उसकी चूत पर मुँह लगाया।
उसकी चूत चाटने का मज़ा स्वर्ग जैसा था!
10 मिनट तक उसकी चूत चाटने के बाद मैंने फिर से अपना लंड उसके मुँह में दे दिया।
अब मेरा लंड उसकी चूत में जाने को तैयार था।
मैंने उसकी चूत पर लंड रखा और एक धक्का मारा।
आधा लंड अंदर चला गया।
इशिका बोली, “आह, दर्द हो रहा है!”
दूसरे धक्के में मैंने पूरा लंड उसकी चूत में डाल दिया।
वो ज़ोर से चिल्लाई, “आह, मैं मर गई!”
धीरे-धीरे मैंने लंड अंदर-बाहर करना शुरू किया।
हम दोनों को बहुत मज़ा आ रहा था।
चोदते हुए मैं उसके होंठों को भी किस कर रहा था।
इससे उसे और मज़ा आ रहा था।
मैंने उसकी दोनों टाँगें अपने कंधों पर रख लीं और ज़ोर-ज़ोर से धक्के लगाने लगा।
इशिका भी अपनी गांड उठाकर मेरा पूरा साथ दे रही थी।
मैं उसे सीधी समझता था, लेकिन आज उसने अपना चुदक्कड़ रूप दिखाया।
वो अब शर्म भूलकर मज़े में चुदवा रही थी।
मेरी बहन इस रात का पूरा मज़ा लेना चाहती थी।
काफी देर तक चोदने के बाद मैं झड़ने वाला था।
मैंने लंड बाहर निकाला और सारा माल उसके पेट पर गिरा दिया।
मैं थककर उसके बगल में बिस्तर पर गिर गया।
लेकिन इशिका का मन अभी भरा नहीं था।
वो पूरी रात चुदना चाहती थी!
उसने मेरा लंड पकड़ा और मेरे साथ लिपलॉक करने लगी।
5 मिनट बाद उसने मेरा लंड चूसना शुरू किया ताकि अगले राउंड के लिए तैयार हो जाए।
मेरा लंड उसके प्यारे होंठों के स्पर्श से फिर तन गया।
इशिका उठी, मेरे लंड को अपनी चूत पर सेट किया और उस पर बैठ गई।
वो मेरे सीने पर हाथ रखकर ज़ोर-ज़ोर से उछल रही थी।
मुझे बहुत मज़ा आ रहा था।
10 मिनट बाद वो झड़ गई।
उसकी चूत से गर्म-गर्म माल निकला, जो मेरे लंड पर लग गया।
मैंने उसे अपने मुँह पर बैठने को कहा ताकि उसका माल पी सकूँ।
उसने वैसा ही किया और अपनी चूत मेरे मुँह पर रख दी।
अब हम दोनों पूरी तरह संतुष्ट थे और इस चुदाई से बहुत खुश थे।
लिपलॉक करने के बाद हम नंगे ही बिस्तर पर लेट गए और सो गए।
सुबह मम्मी के उठने से पहले इशिका मेरे कमरे से चली गई।
हम दोनों खुश थे कि अगला मौका मिलते ही फिर चुदाई का खेल खेलेंगे।
मिलते हैं ऐसी ही मज़ेदार कहानियों के साथ!
पोर्न सिस सेक्स कहानी आपको कैसी लगी?