मामा की लड़की को चोदा बहुत मजे से

Xxx कज़िन बेहन चोद कहानी में मेरे मामा की बेटी को देखकर मेरा मन उसकी चुदाई का करता था. एक बार ट्रेन के सफर में हम दोनों साथ सोये तो बात बन गयी.

दोस्तो, मैं अमर आप सबके सामने अपनी चुदाई का अनुभव ले कर आया हूँ।
इस Xxx कज़िन बेहन चोद कहानी में आपको बताऊंगा कैसे मैंने मेरी मामा की लड़की को बहुत मजे से चोदा और उसने कितना एंजॉय किया।

पहले मैं अपने बारे में बता दूँ.
मेरा नाम अमर है और भोपाल मध्यप्रदेश का रहने वाला हूं।
मेरी उम्र 27 साल है.
मैं दिखने में एक सिंपल लड़के जैसा ही हूँ।

मेरी मामा की लड़की जिसका नाम निशा है.
वो दिखने में सिंपल सी खूबसूरत लड़की है।

वो अभी पढ़ाई कर रही है।
उसकी उम्र 22 साल है.
उसका फिगर बूब्स 28, कमर 26 और उसकी गांड 30 है.
मुझे उसकी गांड बहुत मस्त लगती है.

उसका मखमल सा मुलायम बदन देख कर मुंह और लंड में पानी आ जाता है।

मेरे मामा और हमारा घर भी पास पास है जिसकी वजह से उसका मेरे घर आना जाना होता है।

वो जब कभी जींस पहन कर मेरे घर आती थी तो टाइट जींस में उसकी गांड बड़ी ही मस्त लगती थी.
तो उसे देख कर मेरे लन्ड खड़ा हो जाता था।

एक बार की बात है वो किसी वजह से मेरे घर शाम को आई हुई थी.
और उसकी छोटी बहन भी उसके साथ आई थी.

हम सभी मेरे रूम में बैठे थे कि अचानक लाइट चली गई, रूम में अंधेरा हो गया.
जिसकी वजह से कुछ दिख नहीं रहा था.

हम सब बात कर रहे थे.
वो मेरे इतने पास थी कि उसके शरीर की गर्मी मुझे महसूस हो रही थी.

मैं इतने जोश में आ गया उसकी गर्मी से कि मुझे लगा कि मैं किस कर लूं या वो मेरा लन्ड पकड़ कर हिला दे.
पर उसकी छोटी बहन होने के कारण मैंने उसके साथ कुछ नहीं किया।

ऐसे बहुत मौके थे जब उसे दिख कर मेरा लन्ड खड़ा होता या उसे देख कर जोश आ जाता.
पर कभी कुछ हुआ नहीं।

एक बार मेरी फैमली और उसकी फैमली ने ट्रेन से जयपुर घूमने का प्लान बनाया.
हम सब लोग रेलवे स्टेशन आ गए.

सब लोग अपनी अपनी सीट में बैठ गए.

हम लोग 10 लोग थे और 9 टिकट थी, निशा की टिकट नहीं थी जिसकी वजह से निशा और मैं एक ही सीट में थे।

यही वो पल था जब हम दोनों को एक दूसरे से प्यार हो गया।

ट्रेन में बैठे बहुत टाइम हो गया.
दोपहर का टाइम था, सब ने खाना खाया और लेटने के लिए अपनी अपनी सीट में चले गए।

मैं और निशा फिर ट्रेन की ऊपर वाली सीट में लेट गए. उसका सिर मेरे पैरो की तरफ और मेरा सिर उसके पैरों की तरफ था।

ट्रेन अपनी तेज रफ्तार से चल रही थी जिसकी वजह से ट्रेन काफी हिल रही थी. जिससे मेरा शरीर उसके शरीर से टच हो था.
ऐसे में मेरा हाथ कई बार उसकी जांघों पर चला जाता था.

उसकी जांघों का अहसास मुझे काफी अच्छा लग रहा था जिससे मेरा लन्ड खड़ा हो गया और उसकी जांघ में टच होने लगा.
ये टच उसने भी महसूस किया और उसको भी शायद अच्छा लग रहा था.

ऐसे में हम दोनों को नींद नहीं आ रही थी तो बैठ कर बात करने लगे.

और बात करते करते मैं उसके टॉप के ऊपर से उसके बूब्स पर हाथ रखकर बात करने लगा.
वो कुछ नहीं बोली तो मैंने उसके टॉप के अंदर हाथ डाल कर बूब्स को हल्का हल्का सहलाणा शुरू कर दिया.

हम बात करते जा रहे थे.
यहीं से हमारी लाइफ चेंज हो गई।

रात में हम लोग जयपुर पहुंचे, खाना खाया और सो गए.

फिर सुबह उठा कर साथ साथ घूमे और रात को ही भोपाल आ गए।
भोपाल आकर हमने बातें की, साथ में घूमना शुरु किया।

फिर एक दिन हम चैट में गंदी गंदी बातें कर रहे थे.
बात करते करते दोनों का मूड बन गया.
उसने बोला- मिलने आओ.

मैंने बोल दिया- अगर कुछ करोगी तो आऊंगा.
वो बोली- क्या करना है?
मैंने बोला- लन्ड चूसना पड़ेगा.

अब हम लोग बहुत देर से गंदी बात कर रहे थे तो उसका भी मूड बना हुआ था.
तो वो बोली- कोई नहीं होगा तो जरूर लन्ड चूसूंगी.

मैंने बोला- पक्की बात?
वो बोली- हां पक्की बात. कोई नहीं होगा तो लन्ड मुंह में लूंगी.

फिर मैंने उसे पिक किया और स्मृति वन पार्क में आ गए.

4 बजे वहाँ कोई नहीं होता, वो एक जंगल जैसा है.

हम दोनों वन के अंदर चले गए.
वहाँ दूर दूर तक कोई नहीं था.

फिर एक जगह देख कर मैंने अपना लन्ड निकाला और उसे चूसने को कहा.
वो बड़े मजे से चूसने लगी.

मैं इधर उधर देख रहा था कि कोई है तो नहीं.
जंगल जैसा होने से और 4 बजे वहाँ कोई नहीं था.

उसने मेरा लन्ड बड़े मजे से चूसा.
मैंने उसके बूब्स दबाए और उसकी चूत में उंगली की.

थोड़ी देर बाद मेरा होने वाला था.
मैंने उसके मुंह में ही अपना लावा निकाल दिया.
आधा वो पी गई और आधा उसने नीचे गिरा दिया.

फिर हम लोग वहाँ से बाहर आ गए।

ऐसा करने से दोनों के अंदर की चुदाई की भूख और बढ़ गई.

और फिर ओयो जा कर चुदाई की भूख मिटाने का प्लान बना.
और एक दिन सुबह 10 बजे ओयो जाने का तय हुआ.

और हम दोनों 10 बजे होटल में आ गए, रूम लिया और रूम में आ गए.

मैंने रूम में जाते ही उसे किस करना शुरू कर दिया.
किस करते करते उसे गले लगाया.

करीब 5 मिनट तक किस किया, फिर दोनों अलग हो गए और बैठ कर बात करने लगे.

बात करते करते फिर दोनों ने किस करना शुरू कर दिया.
इस बार करीब 10 मिनट किस करने के बाद एक दूसरे के कपड़े उतारने लगे.

मैंने उसका टॉप जींस ब्रा को जैसे ही निकाला तो उसके बूब्स उछल कर मेरे सामने आ गए जैसे कोई पंछी पिंजरे से आजाद हुआ हो.
फिर मैंने उसकी पैन्टी को धीरे धीरे कर उतार दिया.

पैन्टी हटते ही बिना झांटों के चूत मेरे सामने थी.
मस्त फूली हुई हल्की सी गुलाबी रंग सी किसी पाव ब्रेड जैसी मस्त!

मैंने उसको गांड में एक हल्की सी तपली मारी फिर उसने भी मेरे सारे कपड़े एक एक कर के निकल दिया।

फिर मैंने उसके निप्पल को चूसना सुरू किया.
निप्पल चुसवा कर वो पागल हो गई, उसकी सांस तेज होने लगी और सिसकारियां लेने लगी.
वो चुदाई के लिए पागल सी हो रही थी.

मैं उसके स्तन को दबाता तो कभी चूसता.
इससे उसकी सांसें तेज होती गई.

हम फिर किस करने लगे.
वो किस करते करते मेरे ऊपर आ गई. वो मेरे लन्ड पर बैठ गई और लन्ड को चूत के अंदर डालने लगी.

लन्ड चूत में जा नहीं रहा था तो उसने लन्ड में थोड़ा थूक लगाया जिससे लन्ड चूत में चला गया और वो मजे से लन्ड को अंदर बाहर करने लगी.

करीब 5 मिनट में उसकी चूत ने पानी छोड़ दिया नीचे आ कर उसने मेरा लन्ड मुंह में ले कर चूसना शुरू किया.

5 मिनट की उसकी लन्ड चुसाई मैंने आंखें बंद करके फील किया जिससे वो थक गई.

Xxx कज़िन बेहन चोद बनकर फिर हम लोग ऐसे ही थोड़ी देर रुक कर किस करते रहे.
फिर उसका मूड बन गया.

मैंने उसके पैरों को मोड़ कर अपना लन्ड उसकी चूत में डाला.
उसकी सिसकारी निकल गई.

मैं उसे पूरे मजे से चोद रहा था.
और वो मजे से ‘आह आह … आह अआह ओआह आहह आह … आह ऊऊ … ऊह’ जैसी कामुक आवाजें निकाल रही थी.
जिसे सुन कर मैं और जोश में उसे चोद रहा था.

मैंने उसे अलग अलग पोज़ में 10-15 मिनट चोदा.
फिर मेरा वीर्य निकलने वाला था.
मैंने उसके मुंह में निकाला और वो मजे से पी गई।

फिर हम दोनों ने सिगरेट और ड्रिंक किया.

हम फिर लेट कर बात करने लगे.

फिर 30-40 मिनट बाद हमने एक और राउंड शुरू किया.
उसने मेरे लन्ड को मुंह में ले कर मजे से चूसा.

इस बार चेयर में बैठ कर मैंने उसे अपने ऊपर बैठा लिया और फिर उसे पीछे की ओर झुका कर 10 मिनट चोदा.

फिर मैंने कहा- मुझे तुम्हारी गांड मारनी है!
वो रेडी हो गई.

फिर मैंने उसे घोड़ी बनाया और अपना लन्ड उसकी गांड के छेद में लगाया और धीरे से धक्का लगाया तो उसकी गांड में लन्ड गया नहीं.

मैंने गांड में थूक लगाया और धीरे से धक्का दिया.
करीब आधा लन्ड उसकी गांड में चला गया.

और वह दर्द से मचल उठी.

मैं ऐसे ही रुक गया.
थोड़ी देर बाद फिर एक और धक्का दिया.
लन्ड इस बार पूरा अंदर चला गया और वो दर्द से मचल उठी.

थोड़ी देर बाद मैं धीरे धीरे लन्ड को अंदर बाहर करने लगा.
उसे अब मजा आना लगा.
वो ‘आह आह आह … ऊऊ ऊह ऊई’ की आवाजें निकाल कर मजे से चुदी.

करीब 20 मिनट मैंने उसकी गांड मारी.
फिर मैंने अपना लावा उसकी पीठ पर निकाल दिया.

और हम लेट कर बातें करने लगे.

फिर हमारा घर आने का टाइम हो गया.

आते आते मैंने उसे बाहों में जकड़ा और किस किया.

उसे घर के पास छोड़ कर मैं अपने घर आ गया।

हम अपनी सेक्स लाइफ और लव लाइफ बहुत एंजॉय करते हैं.
हमें जब भी मौका मिलता है, हम सेक्स करते हैं और दोनों एक दूसरे का साथ बहुत एंजॉय करते हैं।

Xxx कज़िन बेहन चोद कहानी आपको कैसी लगी?
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