लंड की प्यासी मम्मी की चुत चुदाई- 2

पोर्न मम्मी की चूत चुदाई का मौका मुझे तब मिला जब मैंने देखा कि पापा मम्मी को चुदाई में खुश नहीं कर पाते. मम्मी अपनी सहेलियों को यह बात बता रही थी.

फ्रेंड्स, मेरा नाम अक्षय है और मैं आपको अपनी मम्मी की चुदाई की कहानी सुना रहा था.
कहानी के पहले भाग
सेक्स की प्यासी मेरी मम्मी
में अब तक आपने पढ़ा था कि मेरी मम्मी मेरे साथ चुदने के लिए राजी हो गई थीं.

दरअसल वे पापा की चुदाई से परेशान थीं और उन्हें अपनी चुत में एक मोटा लंड चाहिए था.

उस पर उनकी एक सहेली मंजू ने उन्हें अपने बेटे से चुदने की बात कह कर मेरे साथ सेक्स करने के लिए रेडी कर दिया था.

इसका एक कारण यह भी था कि मैंने उनके सामने एक रंडी को चोदते हुए अपना हैवी लंड दिखा दिया था.

इसी लिए वे खुद ही मेरे लंड से चुदने के लिए मचल रही थीं.

अब आगे पोर्न मम्मी की चूत चुदाई:

उस दिन रात को जब मम्मी सोने जाने लगीं तो मैंने उनसे कहा- मुझे चाय पीनी है, चाय बना दो!
जब वे मेरे लिए चाय बनाकर लाईं, तो मैंने उनको पकड़कर दीवार के सहारे लगाया और उनके बूब्स दबाने लगा.

ऐसा मज़ा आ रहा था कि क्या बताऊं! बिल्कुल आम जैसे मस्त बूब्स थे मेरी मम्मी के!

थोड़ी देर बाद वे भी अपने दूध मसलवाने में मज़ा लेने लगीं, मेरे बाल पकड़ कर मुझे अपने मम्मों पर खींचने लगीं.

फिर मैं रुका और मैंने उसको एक लंबा किस देते हुए कहा- अब जाओ!

तो वे बोलीं- साले मादरचोद, अपने बाप की तरह गर्म करके ठंडा ही छोड़ेगा क्या!
मैंने कहा- अब बहुत लंड चाहिए तुझको साली रंडी! कल सुबह आना, ऐसा मस्त चोदूँगा कि याद रखेगी!

उसके अगले दिन मम्मी ने नौकरानी को फोन करके उसे काम पर आने से मना कर दिया.

जब मैं सुबह उठा, तो पहले मैंने देखा कि पापा घर पर हैं या नहीं.

उसके बाद मैं रसोई में गया, तो पीछे से मम्मी को पकड़ कर बोला- कैसी हो मेरी जान! लंड की याद आई या नहीं?
वे इठला कर बोलीं- उसी के लिए तो तड़पी जा रही हूँ पूरी रात से मेरे राजा!

फिर मैंने मम्मी को रसोई की पट्टी पर बैठाया और उन्हें किस करने लगा.
वे भी मस्त होकर मेरे होंठ में अपने होंठ मिलाकर चुम्मा-चाटी करने लगीं.

हम दोनों मस्त पूछ-पूच की आवाज़ कर रहे थे.

मैं मम्मी की गर्दन पर किस करने लगा और वे मेरे सर पर अपना हाथ फेरने लगीं.

फिर मैंने उनको उठाया और बेडरूम में ले गया.
वहां मैंने उनको पलंग पर लेटा दिया; उन्होंने साड़ी पहनी हुई थी.

जब मैंने मम्मी को पलंग पर लेटाया, तो उन्होंने अपना पल्लू साइड में गिरा दिया,

जिससे उनके कसे हुए चूचे दिखने लगे, क्योंकि उन्होंने ब्रा और टाइट सा ब्लाउज़ पहना हुआ था.

फिर मैं मम्मी के ऊपर चढ़ गया और दोबारा उनको किस करने लगा, अपने हाथ से उनके दोनों बोबे दबाने लगा.

दस मिनट तक हम दोनों एक-दूसरे को चूमते रहे.

उसके बाद मैंने ब्लाउज़ के ऊपर से उनके चूचे चूसना शुरू किए.

बोबे चूसने में इतना मज़ा मुझे पहले कभी नहीं आया था.
मैंने रंडी के बोबे भी चूसे थे, पर पता नहीं क्यों मम्मी के मम्मों में एक मस्ती थी.

फिर मैं उन्हें चूमता हुआ नीचे तक गया और पैंटी के ऊपर से उनकी चूत को चाटना शुरू कर दिया.

तो मम्मी बोलीं- आह साले चोद दे न अब मुझे! अब मुझसे रहा नहीं जाता!

मैं इसी बात का इंतज़ार कर रहा था.
मैंने कहा- चोदूंगा तो सही तुझे, लेकिन मेरी तीन शर्तें हैं!

वे बोलीं- क्या चाहिए तुझे मादरचोद! अब चूत दे रही हूँ, तो नाटक कर रहा है भड़वे!
मैंने कहा- शर्त मानेगी या नहीं, ये बता!

वे बोली- सब मानूँगी, लेकिन अभी तो चुदाई कर!
मैंने कहा- ठीक है!

उसके बाद मैंने मम्मी के ब्लाउज़ के बटन खोल दिए और उन्होंने खुद से अपनी ब्रा खोल दी.

मैंने कहा- लेटी क्या है रंडी! खड़ी होकर मेरे कपड़े खोल! इनको खोलने तेरी बहन आएगी क्या?

वे हंस कर बोलीं- खोल रही हूँ भड़वे! मेरी बहन को क्यों रंडी बना रहा है?
मैंने कहा- तेरा साला पूरा खानदान ही रंडवा है कुतिया!

उसके बाद मम्मी खड़ी हुईं और उन्होंने मुझे चूमते हुए, बहुत सेक्सी तरीके से मेरे सारे कपड़े खोल दिए.

फिर मैंने उनको लेटाया और उसके बोबों को चूसने लगा.

वे गालियां देती हुई चिल्लाने लगीं- चोद मुझे, अक्षय … आह अब चोद भी दे मुझे बहन के लौड़े … मैं तेरी रंडी हूँ! रगड़-रगड़ कर चोद मुझे! मेरी चूत का भोसड़ा बना दे, इतना चोद मुझे! साले मादरचोद, पहले क्यों नहीं आई तुझे तेरी मम्मी की याद? मेरी चूत तेरे लंड के लिए तड़प रही थी! मेरी गांड तेरे लिए फड़क रही थी! अब जाकर मुझे तू मिला है, चोद मुझे! मुझे रंडी बना कर चोद!

मम्मी अनाप शनाप बक रही थीं और मैं इधर उनके दूध मस्ती से चूस रहा था.

मेरी मम्मी के 36 इंच के दूध मस्त भरे हुए थे, उन्हें चूसने का मज़ा ही कुछ था.

मुझे मम्मी के निप्पल बहुत कड़क लग रहे थे. ऐसा लग रहा था जैसे पापा ने कभी सही से चूसे ही न हों.

उनके चूचे चूसने के बाद मैंने कहा- चल रंडी! अब 69 की पोज़ीशन में आ!

फिर हम दोनों 69 की पोज़ीशन में आ गए.

उसके बाद मैं मम्मी की चूत चाटने लगा और मम्मी मेरा लौड़ा मुँह में लेने लगी.

मैं मस्ती से मम्मी की चूत के होंठ खोल-खोल कर चाट रहा था.
उधर वे मेरा लंड अपने होंठों में दबा कर अन्दर-बाहर कर रही थीं.

इतने में मैंने उनसे कहा- तू अब मेरा लौड़ा चूस साली … मैं थक गया हूँ!

तो मम्मी बोलीं- नामर्द है क्या साले … जो अभी से थक गया तू? अभी तो कुछ शुरू भी नहीं हुआ?

उनकी नामर्द वाली बात से मुझे भी गुस्सा आ गया.

मैंने मम्मी को बाल पकड़ कर खींचा और बोला- साली छिनाल, बहुत गर्मी चढ़ी है तुझे! आज तेरी सारी गर्मी निकाल दूँगा! इतना चोदूंगा आज तुझे कि तू रहम की भीख मांगेगी! उठ, साली कुतिया और मेरा लौड़ा चूस!

इसके बाद वे आईं और एक परफेक्ट रंडी की तरह मेरा लौड़ा चूसने लगीं.

मैंने मम्मी के बाल पकड़ कर उनको गालियां देना शुरू कर दिया- वाह रंडी आशा! तू तो एक नंबर की रांड है रे! क्या मस्त लौड़ा चूसती है! अब तो रोज सुबह तेरे मुँह में आकर ही मूतूँगा, साली हराम की जनी, मादरचोदी रांड! आ ले, मेरा लौड़ा चूस!

मैं अपना लौड़ा मम्मी के मुँह में अन्दर-बाहर करने लगा.

कुछ देर के बाद मैं उनके मुँह में ही झड़ गया.
उन्होंने एक बाजारू रंडी की तरह मेरा सारा माल पी लिया.

अब मैंने उनको चित लिटाया और उनकी चूत चाटने लगा.

वे बोलीं- इसी चूत से निकला है तू, साले भड़वे! आज इसी चूत को चोदने चला है, साला मादरचोद, रंडी का बेटा! ढंग से चाट अपनी मम्मी की चूत को, साले कुत्ते, भोसड़ी के … कुत्ते की तरह से चाट!

मैं मम्मी की चूत को पूरी शिद्दत से चाट रहा था. उनकी चूत के होंठों से अपने होंठ मिलाकर अपने मुँह से चूत की मस्त चुदाई कर रहा था.

थोड़ी देर मुँह से चुत चुदाई करने के बाद वे भी झड़ गईं.

कुछ देर बाद मम्मी बोलीं- अब तो चोद दे मुझे साले मादरचोद! कब तक तड़पाएगा!

मैंने कहा- साली रंडी चल आ जा! तुझे अब चोद देता हूँ, आ जा! चल साली मेरी कुतिया बन! आज तेरी डॉगी स्टाइल में चुदाई करूँगा!
मम्मी तुरंत कुतिया बन गईं.

मैंने अपने लंड में थोड़ा थूक लगाया और मम्मी की चूत पर भी थोड़ा थूक लगाया.

फिर अपना लंड उनकी चूत पर सैट कर दिया और एक जोरदार धक्का मारकर लंड उनकी चूत में घुसा दिया.

इससे मम्मी की चीख निकल गई, क्योंकि मेरा लौड़ा बड़ा था और उनको पापा के छोटे लंड की आदत थी.
वे कराह कर बोलीं- आह साले मादरचोद भड़वे … भोसड़ी के मारेगा क्या, भेनचोद … चूत फट जाएगी मेरी, मादरचोद!

मैं बोला- आ, साली कुतिया तुझे बताता हूँ कि असली मर्द क्या होता है, भेन की टकी कुतिया! आज तेरी ऐसी चुदाई करूँगा कि तुझे तेरी मम्मी याद आ जाएगी, साली छिनाल!

उसके बाद मैं अपना लंड पोर्न मम्मी की चूत में अन्दर-बाहर करने लगा.
वे चिल्लाने लगी- आअह्ह आह्ह मार दिया मुझे साले कुत्ते ने! बहुत तेज चोदता है तू तो!

मैं बोला- अब बोल साली रांड … तेरा असली मर्द कौन है?
वे बोलीं- मेरा असली पति अक्षय है! आशा का असली पति अक्षय है! आशा का असली पति अक्षय है! चोद मुझे, चोद मुझे, चोद मुझे! इतना चोद कि मेरी चूत का भोसड़ा बन जाए!

मैं शॉट मारने लगा. मम्मी चिल्लाने लगीं- आह, मैं तेरी रंडी हूँ, अक्षय! आशा तेरी रंडी है, अक्षय! आशा तेरी रंडी है, चोद मुझे चोद बेटा! अपनी मम्मी को चोद दे बेटा!
मैंने बोला- हां ले साली रांड, छिनाल! तेरा एक पति से काम नहीं चल रहा था, कुतिया! ले मेरा लंड, साली कोठे की पैदाइश, छिनाल रांड! तुझे मैं अपनी रखैल बनाकर रखूँगा, साली रांड! ले मेरा लंड!

मम्मी की चीखें अब और तेज हो गई थीं- आह्ह आह्ह्ह साले … धीरे चोद … तेरी मम्मी मर गई. आह मेरी चूत फट गई … मम्मी चुद गई! आह मम्मी चुद गई रे! कोई मुझे बचा लो! मेरे बेटे ने मेरी मां चोद दी!
मैं भी घोड़े की तरह पेले जा रहा था.

‘आह चोद बेटा! मुझे और तेज चोद और तेज चोद! और तेज!’

मैंने कहा- पापा के लंड से चुदती है तब इतनी आवाजें नहीं करती है साली रंडी!
‘उसकी बात न कर साले तू चोद ना, साले हिजड़े! दम लगा कर चोद रंडवे! इतना ही दम है क्या तेरे लंड में? और तेज चोद मुझे! चूत फाड़ मेरी, साले मादरचोद!’

मैं बोला- ले, साली रंडी! ले मेरा फौलादी लंड आह ले, कुतिया! आज तेरी चूत का भोसड़ा बना दूँगा! ले, साली छिनाल, रंडी, मादरचोदी रांड! ले मेरा लंड! तू मेरी लुगाई है, साली!’

अब मैं भी झड़ने वाला था- आअ ह्ह्ह आह्ह्ह … ले मेरा माल आ रहा है … ले, साली ले तेरी चूत में मेरा माल!’

ये बोलते हुए मैं मम्मी की चूत में झड़ गया और वे भी झड़ गईं.
हम दोनों थक कर वहीं लेट गए और बातें करने लगे.

कुछ देर बाद मैंने दोबारा से मम्मी की चुदाई की.

वे पूरी तरह से संतुष्ट हो गई थीं और कहने लगी थीं कि आज तो मंजू को थैंक्स कहने का मन हो रहा है!
मैंने कहा- क्यों?

वे बोलीं- यदि मंजू ने मुझसे अपने बेटे से चुदवाने की बात न कही होती, तो शायद मैं अपने बेटे के साथ चुदने की हिम्मत न कर पाती.
मैंने कहा- हां यह बात तो सही है मम्मी … फिर मालूम एक बात और गलत हो जाती!

वे बोलीं- क्या?
मैंने कहा- आप पक्के में किसी बाहरी मर्द से चुदने जातीं और कहीं वह आदमी आपको परेशान करते हुए आपसे पैसे ऐंठने लगता तो परेशानी की बात हो जाती कि नहीं?
वे बोलीं- हां यह बात भी सही है.

अब मैंने धीरे से कहा- तो अपनी सहेली को थैंक्स कर दो और उन्हें एक गिफ्ट भी दे दो.
वे मेरी तरफ सवालिया नजरों से देखने लगीं- तेरा क्या मतलब है?

मैंने आंख दबाई और कहा- अपनी सहेली को गिफ्ट में मेरा लंड दे दो!
वे हंसने लगीं और बोलीं- उस स्थिति में उसका बेटा भी मेरे ऊपर चढ़ सकता है!

मैंने भी हंस कर हामी भर दी.

इस तरह से मैं अपनी पोर्न मम्मी की चुदाई करने लगा और वे खुश रहने लगीं.
आगे की चुदाई की कहानी में दो बेटे अपनी मम्मी बदल कर चोदने वाले हैं.

आप मेरे साथ बने रहें.
मुझसे मस्त बातें करने के लिए इस ईमेल पर अपने कमेंट्स भेजें.

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