बेटी सेक्स बाप कहानी में मेरी सौतेली बेटी मेरे साथ सो रही थी. उसका हाथ मेरे लंड पर था. मैंने हटा दिया पर उसने दोबारा रख दिया. मैं समझ गया और उसे करने दिया.
नमस्कार दोस्तो, मेरा यह अन्तर्वासना में सबसे पहली कहानी है.
यह कहने को तो कहानी है पर इसमें लिखी एक एक बात पूरी तरह से सत्य है.
मैं सिलीगुड़ी का रहने वाला हूं.
यहां पर मेरा खुद का बिजनेस है.
मैं अपने घर में अपनी पत्नी और दो बेटियों व एक बेटे के साथ रहता हूँ.
दरअसल मेरी दोनों बेटियां मेरी पत्नी की पहली शादी से हुई पति से हैं.
उनके पति के मौत के बारह साल बाद मैंने उनसे शादी की, जिसके बाद अब हम दोनों को एक बेटा हुआ है.
यह बेटी सेक्स की बात उन दिनों की है, जब सब ठीक चल रहा था. सब खुश थे.
मेरी दोनों बेटियां धीरे धीरे बड़ी होने लगी थीं और वे मुझे बहुत प्यार करती थीं.
पर भाग्य और वासना दोनों किसी के लिए नहीं रुकते.
बात उन दिनों की है, जब हम सब एक कमरे के मकान में रहते थे.
उस कमरे में दो पलंग लगा कर, एक पर मेरी पत्नी के साथ मैं व मेरा बेटा लेट जाता था … और दूसरे पर मेरी दोनों बेटियां सोती थीं.
एक दिन की बात है, तब दिसंबर की सर्दियों का वक्त था.
मेरी छोटी बेटी ने कहा कि आज वह मेरे साथ सोएगी और बड़ी वाली अपनी मां और भाई के साथ.
हम सब राजी हो गए और रात को सब सो गए.
अचानक रात करीब दो बजे होने मुझे पानी पीने की इच्छा हुई.
मेरी आंख खुली तो मैंने देखा कि छोटी बेटी अपनी एक टांग मेरे ऊपर रख कर मुझसे सट कर सोई थी.
उसका एक हाथ मेरे लंड के ऊपर था.
मैंने उसको ठीक किया और पानी पी कर दुबारा सो गया.
कुछ वक्त बाद मुझे फिर से अपने लंड पर थोड़ा दवाब महसूस हुआ.
तो मैंने पाया कि छोटी बेटी ने दुबारा से मेरे लंड को अपने हाथ से दबाना शुरू कर दिया है.
मुझे अजीब सा लगा.
मैंने सोचा कि शायद नीद में ऐसा हुआ होगा.
पर कुछ वक्त बाद दुबारा ऐसा होना शुरू हुआ तो मैंने महसूस किया कि छोटी की सांसें काफी जोर जोर से चल रही हैं.
मैं समझ गया कि वह जागी हुई है.
मैंने सोचा कि ऐसे ही लेटे रहता हूँ!
तो कुछ वक्त बाद मैंने पाया कि उसने अपना हाथ मेरी अंडरवियर के अन्दर डाल दिया.
मैं बेटी सेक्स से थोड़ा घबरा गया क्योंकि पास में ही उसकी मां और मेरी बड़ी बेटी सोई थी.
अगर वे दोनों जाग गईं तो सब खराब हो जाएगा.
पर मैं भी क्या करता … मैं चुपचाप लेटा रहा.
मेरी तरफ से कोई विरोध न देख कर छोटी ने मेरे लंड को अंडरवियर से बाहर निकाल लिया और उसको ऊपर नीचे करने लगी.
मेरे अन्दर भी बाप सेक्स की कामवासना जागने लगी.
फिर छोटी कंबल के अन्दर से मेरे लंड की तरफ आ गई और उसने मेरे लंड को मुँह में ले लिया.
वह मेरे लंड को चूसने लगी.
इससे मेरे जिस्म में आग लगने लगी.
मैंने भी अपना एक हाथ उसकी कमीज के अन्दर डाला और उसकी ब्रा के कप में अपना हाथ डालते हुए उसके दूध को पकड़ लिया.
अब मैं उसके दूध को दबाने लगा.
उसके छोटे से निप्पल को मींजने लगा.
कुछ देर बाद मैंने अपने लंड से पानी छोड़ दिया, जिसे मेरी बेटी ने पी लिया और उसने लंड को चूस चाट कर साफ कर दिया.
इसके बाद मैंने छोटी को ऊपर उठाया और उसे सही से सुला दिया.
फिर मैंने उसकी कमीज और ब्रा को खोल दिया.
उसने नीचे निकर पहना था.
उसकी नेकर को ढीला करके मैंने उसकी पैंटी को सरका दिया और उसको पूरी नंगी कर दिया.
अब मैंने उसके बूब्स को जोर जोर से चूसना शुरू कर दिया.
कुछ देर बाद हम दोनों 69 की पोजीशन में आ गए.
मेरी बेटी सेक्स की वासना में मेरा लंड चूसने लगी और मैं बाप सेक्स के लिए उसकी चूत को चूसता रहा.
फिर हम दोनों ने वापस पोजीशन बदली.
वह सर को ऊपर करके चुदाई के लिए रेडी हो गई.
मैं उसके ऊपर चढ़ गया और अपने लंड को उसकी चूत में सैट कर दिया.
वह मेरे लंड को पकड़ कर अपनी चुत से रगड़ने लगी.
मैंने हल्के से उसके कान में कहा कि दर्द होगा!
वह बोली- मैं सह लूंगी!
मैंने लंड को धीर से अन्दर किया, तो वह थोड़ा उचक गई.
मैंने थोड़ा और अन्दर किया तो वह दर्द से छटपटा गई … गजब की हिम्मत वाली लड़की थी.
उसे दर्द हो रहा था पर उसके मुँह से चूं की आवाज भी नहीं निकली.
इसके बाद मैंने धीरे धीरे करके अपना पूरा लंड अन्दर कर दिया.
वह कसमसाती रही, पर उसने हिम्मत नहीं हारी.
मैंने थोड़ा रुक कर दुबारा से अन्दर बाहर करना चालू किया.
अब वह धीरे धीरे मजे लेने लगी और कुछ टाइम बाद उसका पानी छूट गया.
उसकी चुत से जरा सा खून निकला था.
यह देख कर मैं समझ गया कि यह लड़की अपनी चुत में कुछ गाजर मूली जैसी चीजें लेती रहती होगी.
हम दोनों ने ऐसे करके उस रात और एक बार चुदाई का मजा लिया.
उसके बाद भी अब जब भी मुझे मौका मिलता है, मैं अपनी बीवी को दारू पीला कर सुला देता हूँ और हम दोनों मस्ती से सेक्स करते हैं.
एक रात बड़ी वाली ने हम दोनों की रजाई को हिलते डुलते देख लिया था.
तो वह समझ गई थी कि मैं छोटी को चोद रहा हूँ.
चुदाई खत्म हो जाने के बाद जब मैं बाथरूम में गया था तो वह छोटी के पास आकर उससे पूछ रही थी.
मैंने उसको बात करते हुए देखा तो उससे पूछा- क्या हुआ?
वह मुझे देख कर वासना से बोली- मुझे आपके साथ सोना है!
छोटी कुछ नहीं बोली और उठ कर मम्मी के पास चली गई.
अब बड़ी मेरे साथ लेटी हुई थी.
वह मुझसे चिपक गई और बोली- छोटी के साथ जैसा किया है न आपने, वैसा ही मुझे भी चाहिए वर्ना मैं मम्मी से कह दूँगी!
मैंने कहा- ठीक है.
अब वह मेरे साथ सेक्स करने लगी.
वह चुदी हुई थी.
उसे मुहल्ले के किसी लौंडे ने पेल कर ढीला किया हुआ था.
उसकी चुत में जब मेरा लंड आसानी से चल गया तो मैंने उससे पूछा- कितने लंड ले चुकी है?
वह हंसी और बोली- एक ही ने चोदा है लेकिन कई बार चुदी हूँ!
मैंने बड़ी के दूध चूसते हुए उसे पेलना चालू कर दिया और इस तरह से मैं बेटीचोद बन गया.
अब यह आए दिन होने लगा है कि कभी छोटी मेरे लंड से चुदवाती है तो कभी बड़ी.
इसके बाद कई और भी कामुक किस्से हुए, जो में आगे की सेक्स कहानी में लिखूंगा.
आशा करता हूं आपको ये बेटी सेक्स बाप कहानी पसंद आई होगी.